सिविल इंजीनियरिंग मे IS CODE क्यू जरूरी है समझते है

सिविल इंजीनियरिंग मे IS CODE इसलिए जरूरी है क्युकी हमारे आस पास जो भी कन्स्ट्रक्शन निर्माण कार्य हो रहे है वो मजबूत और टिकाऊ हो और उस कन्स्ट्रक्शन से किसी को हानी ना हो I अगर बिना IS कोड के हिसाब से निर्मण कार्य होता हैउसमे क्वालिटी नहीं होने के कारण जल्दी खराब हो सकता है इसलिए सिविल इंजीनियरिंग IS CODE जरूरी है I क्वालिटी और स्ट्रेनथ का काम करना हो तो IS CODE का उपयोग बहोत जरूरी है I जैसे-गवर्मेंट बिल्डिंग अस्पताल, ब्रिज, डेम, आरसीसी सड़क, जिसेम बताया जाता है की मटेरियल की क्वालिटी और क्वान्टिटी कितनी होना चाहिए क्या रेसीओ होना चाहिए ताकि जो भी कन्स्ट्रक्शन कर रहे है वो मजबूत और टिकाऊ बने I भारत सरकार के Bureau of Indian Standards (BIS) द्वारा बनाए गए तकनीकी मानक (Standards) होते हैं। जिसमे कंक्रीट का ratio दिया गया है M7.5, M10, M15, M20, M25, M30, M35, M40 ये अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग रेसीओ दिया गया है जैसे की बिल्डिंग निर्माण कार्य के लिए M20-M25 का उपयोग करते है जिससे हमको अच्छा स्ट्रेनथ मिलता है और बिल्डिंग निर्माण कार्य मजबूत होता है I लोहा सिमेन्ट भी इसमे यहां है इसके बारे मे सिविल इंजीनियरिंग IS CODE को पड़े और समझे I
IS CODE [Indian Standard Code] इंडियन स्टंडर्डर कोड है
यह कोड किसी भी काम के गुनवाता को दरसाता है जीतने भी goverment कार्य होता है उसमे सिविल इंजीनियरिंग आई यस कोड के हिसाब से काम करते है यह भारत सरकार के Bureau of Indian Standards (BIS) द्वारा बनाए गए तकनीकी मानक (Standards) होते हैं। यहा से (BIS) कोड को डाउनलोड कर सकते है I
सिविल इंजीनियरिंग के important IS CODE
IS Code | विषय | विवरण |
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IS 456: 2000 | Plain and Reinforced Concrete | Concrete के डिज़ाइन और निर्माण के नियम concrete मिक्स design M20, M25, M30 |
IS 1893 | Earthquake Resistant Design | भूकंप प्रतिरोधी भवनों का डिजाइन |
IS 875 | Loads on Structures | भवन पुल पर लगने वाले लोड के नियम |
IS 800 | Steel Structures | स्टील स्ट्रक्चर का डिजाइन और निर्माण |
IS 383 | Coarse and Fine Aggregates | निर्माण सामग्री की गुणवत्ता रेत गिट्टी |
IS 269 | OPC Cement Specification | Ordinary Portland Cement की कवालिटी मापन PPC सीमेंट |
सिविल इंजीनियरिंग IS CODE का उपयोग
किसी भी प्रोजेक्ट को स्टार्ट करने के पहले IS CODE के बारे मे समझ ले कोनस काम मे क्या IS CODE उपयोग हो रहा है कोनस समान लेना है काम का प्रोसेस समझना जरूरी है सिविल इंजीनियरिंग कोड किसी भी स्ट्रक्चर का डिजाइन होता है तो IS CODE को ध्यान मे रख कर बनाया जाता है जैसे लोड (Dead Load ) (Live Load) (Seismic Load) (Combination of loads) I सिविल इंजीनियरिंग मे IS CODE बहोत महत्वपूर्ण होता है लोहा सिमेन्ट गिट्टी रेत ये सब की गुणवता चेक किया जाता है मोस्टली स्ट्रक्चर डिजाइन मे बहोत हेल्प फूल होता है I Grades of Concrete (IS 456:2000 अनुसार) M30, M35, M40, M50 और ऊपर – हाई स्ट्रेंथ कंक्रीट के लिएM10, M15 – Lean concrete (PCC के लिए) होता है इसको कंक्रीट करते है उसके नीचे बेस के लिए डाला जाता है IM20, M25 – RCC के लिए न्यूनतम ग्रेड होता है बिल्डिंग , RCC ,CC रोड आदि के लिए उपयोग करते है I
IS CODE 1893
इस कोड को प्राकृतिक से होने वाले भूकंप से बचाता है भूकंप प्रतिरोधी के हिसाब से बनाया जाता है जिससे कोई भी स्ट्रक्चर जैसे भवन , पुल, ब्रिज डैम आदि को बचाता है इसलिए सिविल इंजीनियरिंग मे IS CODE का उपयोग किया जाता है
निष्कर्ष:
एक सिविल इंजीनियरिंग को आई यस कोड का उपयोग करना चाहिए ताकि काम की गुणवत्ता और समय की बचत भी करता है और बजट भी कम लगता है इसलिए सिविल इंजीनियर को IS code की जानकारी होना जरूरी है सिविल इंजीनियर ही हमारे देश का निव रखते है इसलिए सिविल इंजीनियर को देश का निव कहा जाता है I