प्रोजेक्ट मैनेजमेंट क्या होता है 1

(Introduction) परिचय प्रोजेक्ट मैनेजमेंट

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट क्या है 1, यह कन्स्ट्रक्शन प्रोजेक्ट का एक हिस्सा है जैसे-रोड हो, ब्रिज हो, या किसी हाई राइस बिल्डिंग कन्स्ट्रक्शन हो सभी प्रोजेक्ट इस बात पर निर्भर करता है कि उसका प्रोजेक्ट मैनेजमेन्ट किस तरह से किया गया है, और कितना अच्छे से किया गया है। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट क्या है 1
अगर किसी प्रोजेक्ट मे मैनेजमेंट सही तरीके से नहीं हुआ, तो उस प्रोजेक्ट का बजट बढ़ भी सकता है, और काम लेट हो सकता है, और क्वालिटी गिर सकता है।

कन्स्ट्रक्शन estimate

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट क्या है 1 सिविल इंजीनियरिंग मे
कन्स्ट्रक्शन कार्य की प्लानिंग बनाने मे

और कन्स्ट्रक्शन फसिलिटी का उपयोग करने के लिए किया जाता है

टाइम और कन्स्ट्रक्शन कोस्ट को मैनटैन रखनेके लिए और प्रोजेक्ट को टाइम पर पूरा करने के लिए किया जाता है।

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट क्या है 1

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कन्स्ट्रक्शन का एक ऐसी प्रोसेस है जिसमें किसी कन्स्ट्रक्शन कार्य को स्टार्ट से लेकर अंत एण्ड तक प्लान, एक्सक्यूट और कंट्रोल किया जाता है। प्रोजेक्ट मैनेजमेंट काहा जाता है I

सही समय पर सही काम करो सही लागत और सही क्वालिटी से किया गया काम

सिविल इंजीनियरिंग में प्रोजेक्ट मैनेजमेंट रोल

कन्स्ट्रक्शन कार्य का प्लानिंग करना (Planning)

कन्स्ट्रक्शन कार्य को एक्सक्यूट करना (Execution)

कन्स्ट्रक्शन कार्य का मॉनीटेरींग करना (Monitoring)

कलकुलेट और रिपोर्टिंग करना (Evaluation)

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट चार्ट प्रोजेक्ट मैनेजमेंट क्या है 1

स्टेजडिस्क्राइब
1. Initiation प्रोजेक्ट (स्टार्ट)प्रोजेक्ट की requirement, फसिलिटी क्या क्या है।
2. प्रोजेक्ट प्लानिंग करना प्रोजेक्ट टाइमिंग, प्रोजेक्ट कोस्ट, मटेरियल और लेबर ये सभी का प्लानिंग करना I
3. प्रोजेक्ट Execution एक्सक्यूट करना प्रोजेक्ट वर्क को साइट पर बिल्ड करना होता है।
4. Monitoring कन्स्ट्रक्शन कार्य का मॉनीटेरींग करना और कंट्रोल करना प्रग्रेस की मॉनीटीरिनग करना , क्वालिटी पर फोकस और कोस्ट कंट्रोल करना ।
5. प्रोजेक्ट को फिनिश करना प्रोजेक्ट कोस्ट और प्रोजेक्ट डॉक्यूमेंट रेडी करना।

प्लानिंग स्टेज में क्या होता है समझते है I

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट क्या होता है 1

प्लानिंग स्टेज में प्रोजेक्ट का पूरा सेडुल (Schedule) कितने टाइम मे किस स्टेज मे काम कम्प्लीट होगा ये प्लानिंग किया जाता है, प्रोजेक्ट बजट और मटेरियल Requirement हर स्टेज के हिसाब से मटेरियल की जरूरत होती है,और कोस्ट भी लगता है यही प्लानिंग स्टेज होता है I
प्लानिंग स्टेज मे एक चार्ट या वर्क ब्रेकडाउन स्ट्रक्चर (WBS) बनाई जाती है ताकि हर वर्क का टाइमिंग और कॉस्टिनग फिक्स किया जा सके । प्लानिंग स्टेज

प्लानिंग स्टेज को समझते है Example से प्लानिंग स्टेज में क्या होता है


यदि किसी पुल या बिल्डिंग का कन्स्ट्रक्शन 12 मन्थ में करना है, तो पहले 2 मन्थ में फाउंडेशन वर्क किया जाएगा, फिर नेक्स्ट 4 मन्थ में सुपर स्ट्रक्चर (superstructure) का वर्क किया जाएगा और लास्ट 6 मन्थ में फिनिशिंग वर्क किया जाएगा प्रोजेक्ट कम्प्लीट प्लानिंग स्टेज प्लानिंग स्टेज में क्या होता है I

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के एलिमेंट्स (Key Elements)

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के एलिमेंट्स (key elements)
  1. स्कोप ( कन्स्ट्रक्शन प्रोजेक्ट )
    इसमे क्या काम करना है और क्या नहीं करना है, यह तय किया जाता है ।
  2. Time (समय)
    प्रोजेक्ट मैनेजमेंट मे हर वर्क का शेड्यूल और डेडलाइन फिक्स होता है इसलिए टाइमिंग का ध्यान रख कर वर्क करना होता है I
  3. कोस्ट (लागत)
    प्रोजेक्ट मैनेजमेंट मे बजट बनाया जाता है, उसके हिसाब से काम को पूरा करना होता है।
  4. क्वालिटी (गुणवत्ता)
    IS कोड standards के अनुसार वर्क की क्वालिटी से काम करना और क्वालिटी मैनटैन रखना होता है
  5. कोमुनिकेसन Comunication (संचार)
    इंजीनियर, contractor, लेबर और क्लाइंट के बीच Comunication होना चाहिए।
  6. रिष्क मैनेजमेंट
    प्रोजेक्ट डिलै होने से बचना, एक्सीडेंट accident, या मटेरियल शॉर्टिज जैसी समस्या को मैनेज करना होता है।

कन्स्ट्रक्शन प्रोजेक्ट मैनेजर

  1. साइट का पूरा सर्वे करना और प्रॉब्लेम्स को समझना होता है I
  2. साइट पर जो रोज वर्क होता है उसका (DPR) Daily progress report रेडी करना और समझना I
  3. मटेरियल requirement sheet रेडी करना
  4. कोनट्रैक्टर Contractor और क्लाइंट के बीच coordination रखना होता है I
  5. क्वालिटी चेक और टेस्ट रिपोर्ट maintain करना
  6. बिल वेरीफिकेशन करना और स्टेज वाइज़ कॉस्टिनग कंट्रोल करना I

क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम (QMS)

किसी भी प्रोजेक्ट में क्वालिटी का ध्यान रखना ज़रूरी बहुत जरूरी होता है, जिससे स्ट्रक्चर मजबूत बन पाए।
इसके लिए IS कोड जैसे -IS 456 (RCC Design), IS 383 (Aggregates) और IS 10262 (Concrete Mix Design) का उपयोग किया जाता है।

https://www.bis.gov.in

कन्स्ट्रक्शन साइट पर Challenges

Challengesडिस्क्रासन
प्रोजेक्ट मे मौसम बाद प्रॉब्लेम बन सकता है (Weather) बारिश होने से वर्क डिलै हो सकता है Iबारिश या गर्मी से वर्क रुकता है इसको मैनेज करना I
लेबर की समस्या हो सकता है लोकल एरिया मे Skilled स्किल्ड लेबर की कमी हो सकता है
सप्लाएर मटेरियल डिलै कर सकता है सप्लाई में देरी
डिजाइन चेंजेस बार बार ड्रॉइंग चेंज होता है क्लाइंट डिजाइन को बार-बार चेंग करता है इससे प्रोजेक्ट टाइमिंग पर प्रभाव पड़ता है
कोस्ट Escalationमटेरियल रेट बढ़ना

इन सभी पॉइंट को ध्यान में रखकर प्रोजेक्ट मैनेजर contingency प्लान रेडी करता है।


प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के फायदे

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट

अगर प्रोजेक्ट प्लानिंग के हिसाब से चला तो प्रोजेक्ट टाइम पर पूरा होता है
कोस्ट कंट्रोल मे रहता है
काम की क्वालिटी अच्छि होती है
टीम वर्क और कम्यूनिकेशन स्ट्रॉंग होता है
क्लाइंट का भरोसा बढ़ता है

निष्कर्ष (Conclusion)

प्रोजेक्ट मैनेजमेंट किसी भी सिविल प्रोजेक्ट की रीढ़ की हड्डी होता है, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट से प्रोजेक्ट की पूरी प्लानिंग किया जाता है प्रोजेक्ट कोस्ट, टाइमिंग , मटेरियल, लेबर, ये सब की प्लानिंग करते है I
अगर प्रोजेक्ट, टाइम और कोस्ट का सही मैनेजमेन्ट रखा जाए तो कोई भी कन्स्ट्रक्शन प्रोजेक्ट वर्क टाइम पर और बेस्ट क्वालिटी में पूरा किया जा सकता है।

एक अच्छा प्रोजेक्ट मैनेजमेंट सिर्फ स्ट्रक्चर ही नहीं बनाता, वह विश्वास, कपैसिटी और क्वालिटी कन्स्ट्रक्शन भी करता है।

FAQ ( पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. सिविल इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में कौन-कौन सी Skills चाहिए ?
लीडरशिप, कम्यूनिकेशन स्किल्ड, प्लानिंग मैनेजमेन्ट, और सॉफ्टवेयर Knowledge (MS Project, AutoCAD)।

Q2. प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में करियर कैसे शुरू करें ?
सिविल इंजीनियरिंग में BE/B.Tech करके, या फिर कन्स्ट्रक्शन Management में Diploma या M.Tech करके।

Q3. क्या प्रोजेक्ट मैनेजर की सैलरी कितना होता है ?
हाँ, अनुभव और कंपनी पर निर्भर करता है ₹50,000 से ₹1.5 लाख तक हो सकता है।

Q4. क्या सिविल प्रोजेक्ट मैनेजर के लिए PMP सर्टिफिकेट ज़रूरी है ?
हाँ, बड़े प्रोजेक्ट्स में PMP या RICS सर्टिफिकेट बहुत मदद करता है।

https://www.bis.gov.in/?lang=hi

https://hindicivilgyaan.com/%E0%A4%95%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B6%E0%A4%A8-estimation-costing-%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A5%88-1

project management
project management in civil engineering
civil engineering project
construction project management
civil project manager
construction management
project planning
civil engineering in hindi
hindicivilgyaan
project control
cost and time management
building construction
civil site engineer
project management tools
construction estimation

“सिविल इंजीनियरिंग”

“प्रोजेक्ट मैनेजमेंट”

“कन्स्ट्रक्शन निर्माण मैनेजमेंट”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Explore More

AI और GIS रोड क्या है 1

AI आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और GIS के द्वारा कंस्ट्रक्शन सड़कें किसी भी देश का फाइनेशियल और सोशल डेवलपमेंट का आधार हैं। आज AI (Artificial Intelligence) और GIS (Geographic Information System) 1

ड्रॉइंग,डिजाइन क्या है 2

Entroduction (परिचय) ड्रॉइंग,डिजाइन क्या है 2 इसको समझे है सिविल इंजीनियरिंग मे सबसे इम्पॉर्टन्ट (important) पार्ट है कन्स्ट्रक्शन स्टार्ट करने से पहले ड्रॉइंग एण्ड डिजाइन का पूरा स्ट्रक्चर तैयार कर

कन्स्ट्रक्शन Costing क्या है1

कन्स्ट्रक्शन Estimation और Costing (Introduction) -परिचय सिविल इंजीनियरिंग स्ट्रक्चर Construction Estimation और Costing जब भी कोई कन्स्ट्रक्शन बनाते है- वह घर हो स्कूल हो या ऑफिस या फिर ब्रिज, रोड